April 26, 2019
April 22, 2019
April 19, 2019
April 16, 2019
The Wolf Of The Dusk
There’s good in the bad,
There’s bad in the good.
The dawn to the man,
The dusk to the wolf.
The story of the beast,
the purity of the heist.
In the dead of the night
the wolf howls to the pure white moon.
A shriek, a cry
to the purity in the sky.
Left on to hold
till he preys with the dark,
until the dawn
to get the ivory belonging
of his own.
The sun, the light
the carrier of the moon to his soul.
Touching his bare skin
piercing through the murk.
To give back what was his,
to give back the pure,
to the wolf of the dusk.
Avilasha
BA (Journalism)
6th sem
There’s bad in the good.
The dawn to the man,
The dusk to the wolf.
The story of the beast,
the purity of the heist.
In the dead of the night
the wolf howls to the pure white moon.
A shriek, a cry
to the purity in the sky.
Left on to hold
till he preys with the dark,
until the dawn
to get the ivory belonging
of his own.
The sun, the light
the carrier of the moon to his soul.
Touching his bare skin
piercing through the murk.
To give back what was his,
to give back the pure,
to the wolf of the dusk.
Avilasha
BA (Journalism)
6th sem
April 15, 2019
बेनाम सा रिश्ता..
बेनाम सा रिश्ता..
और उसका कहना जैसा चल रहा है वैसा चलने दो...
मेरे दिल ने कहा बस रोक दो... दिमाग ने कहा चलो चलने दो... अक्सर इस दिल दिमाग में फंस जाती हूं मैं...
आखिर क्यों तुम्हारे साथ चलना चाहती हूं मैं...
मुझे भरोसा सा नहीं रहा अब मर्द जात पे..
लेकिन फिर भी भरोसा कर लिया..
इक तेरी बात पे...
जैसा चल रहा है वैसा चलने दो...
किससे करूं मैं यह बात...
आखिर क्यों चलूं मैं तेरे साथ.. सबको लगता था मुझ में मगरूरी है...
एक तुझे ही क्यों लगा मेरी बहुत सी बातें अधूरी है...
तुम्हारे सामने में अक्सर बहुत मुस्कुराई...
आखिर तुमने ये क्यु कह दिया...
तुम अपनी मुस्कान कहां छोड़ आई...
मैं कहती हूं मुझे कहने दो..
मैं कहती हूं मुझे कहने दो ..
और तुम हो के जैसा चल रहा है वैसा चलने दो..
मैं वो हूं जिसे फूल डाली से तोड़ना पसंद नहीं..
पौधा तोहफे में देना मंजूर है..
क्या बताऊं तुझे मेरा मकसद कुछ और है....
मेरे लिए जैसे चल रहा है वैसे चलना कुछ और है।
शिवानी
BJMC
6th सेम
और उसका कहना जैसा चल रहा है वैसा चलने दो...
मेरे दिल ने कहा बस रोक दो... दिमाग ने कहा चलो चलने दो... अक्सर इस दिल दिमाग में फंस जाती हूं मैं...
आखिर क्यों तुम्हारे साथ चलना चाहती हूं मैं...
मुझे भरोसा सा नहीं रहा अब मर्द जात पे..
लेकिन फिर भी भरोसा कर लिया..
इक तेरी बात पे...
जैसा चल रहा है वैसा चलने दो...
किससे करूं मैं यह बात...
आखिर क्यों चलूं मैं तेरे साथ.. सबको लगता था मुझ में मगरूरी है...
एक तुझे ही क्यों लगा मेरी बहुत सी बातें अधूरी है...
तुम्हारे सामने में अक्सर बहुत मुस्कुराई...
आखिर तुमने ये क्यु कह दिया...
तुम अपनी मुस्कान कहां छोड़ आई...
मैं कहती हूं मुझे कहने दो..
मैं कहती हूं मुझे कहने दो ..
और तुम हो के जैसा चल रहा है वैसा चलने दो..
मैं वो हूं जिसे फूल डाली से तोड़ना पसंद नहीं..
पौधा तोहफे में देना मंजूर है..
क्या बताऊं तुझे मेरा मकसद कुछ और है....
मेरे लिए जैसे चल रहा है वैसे चलना कुछ और है।
शिवानी
BJMC
6th सेम
April 12, 2019
April 9, 2019
April 8, 2019
The Warrior Princess
A princess in her own kingdom
resided with a King and Queen.
Believed in magic and fairy tales,
living within the walls of dreams.
Away from a reality,
only to realize years later,
every kingdom comes with its traitors.
Kingdom fell, dreams shattered.
In the agony nothing mattered.
Tranquilized by her misery,
mum she kept.
Alone, the tears she wept.
Stereotypes cliche, deafened from her shrieks.
Pities and pains, enough she have had.
“If a war they want, a war they’ll have.” she said.
As the princess raised her weapons in the battlefield,
saw her glory, they all kneeled.
From a princess a warrior she became;
And they trembled whenever she roared.
Perceived true as they say,
‘The pen is mightier than a sword’.
Avilasha
BA JMC
6th sem
Subscribe to:
Posts (Atom)